चम्पावत
लगभग १७८१ वर्ग किलोमीटर के भौगोलिक क्षेत्रफल में बसा चम्पावत जनपद अपनी गौरवशाली एतिहासिक पृष्ठभूमि के साथ अत्यंत मनोहारी तथा नैसर्गिक छटा से परिपूर्ण होने के कारण पर्यटकों के अच्छी सैरगाह भी है। जनपद के उत्तर में पिथौरागढ़ एवं अल्मोड़ा जनपद दक्षिण-पश्चिम में ऊधमसिंहनगर जनपद, दक्षिण-पूर्व तथा पूर्व में नैपाल तथा पश्चिम में नैनीताल जनपद इसकी सीमा निर्धारित करते हैं। चंपावत जनपद का जनसंख्या घनत्व १४७ वयक्ति प्रति वर्ग किलोमीटर, साक्षरत दर ८०.७३% (पूरुष: ९२.६५% तथा स्त्री: ६८.८१%) तथा लिंगानुपात १०००:९८१ है। जनपद प्रशासनिक दृष्टि से चार तहसीलों (चंपावत, बाराकोट, लोहाघाट, पाटी) तथा चार विकासखण्डों (चंपावत, बाराकोट, लोहाघाट, पाटी) में विभाजित है। जनपद का मुख्यालय चम्पावत नगर में स्थित है।
चंपावत में पर्यटकों को वह सब कुछ मिलता है जो वह एक पर्वतीय स्थान से चाहते हैं। वन्य जीवों से लेकर हरे-भरे मैदानों तक और ट्रैकिंग की सुविधा, सभी कुछ यहां पर है। यह कस्बा समुद्रतल से १६१५ मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। उत्तराखण्ड के इस एतिहासिक शहर का धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से अग्रणी स्थान है।चम्पावत कई वर्षों तक कुमांऊ के शासकों की राजधानी रहा है। चन्द शासकों के किले के अवशेष आज भी चंपावत में देखे जा सकते हैं। चंपावत नगर में कत्यूरी वंश के राजाओं द्वारा स्थापित तेहरवीं शताब्दी का बागेश्वर मंदिर तत्काली शिल्प कला का उत्कृष्ट नमूना है। इस शहर का उल्लेख भारत के धार्मिक ग्रन्थों में भी मिलता है। सिक्खों के दसवें गुरू गोविन्द सिंह यहां आये थे। यह स्थल पूर्व में ऐंग्लों इन्डियन कालोनी के रूप में विद्यमान रहा है। जनपद चंपावत के टनकपुर उप संभाग के पर्वतीय अंचल में स्थित अन्नपूर्णा चोटी के शिखर पर लगभग ३००० फिट की ऊंचाई पर पूर्णागिरी शक्तिपीठ स्थापित है। जनश्रुति है कि यहां आदिगुरू गोरखनाथ की धूनी सतयुग से लगातार प्रज्वलित है। किंवदन्ति है कि यहां पर कृष्ण के द्वारा अपने पौत्र का अपहरण किये जाने से क्रुद्ध होकर वाणासुर का वध किया था
आवागमन के मुख्य साधनों में कुमाऊं मोटर्स ओनर्स यूनियन लिमिटेड (केएमओयू लि.), व उत्तराखण्ड परिवहन निगम की बसें हैं जो चंपावत जनपद को नियमित सेवा द्वारा देहरादून, दिल्ली व उत्तराखण्ड के अन्य जनपदों से जोड़ती हैं। साथ ही जनपद के सभी मुख्य नगरों में टैक्सी यूनियन भी हैं जो कि वर्ष भर निरंतर पर्यटकों का आवागमन आसान करती हैं।